बर्धान कय नाधिकय लावाजाय ।
खेत जोतिकय बनावाजाय ।
हेङ्ग वहिपा चालवाजाय ।
बिया फिर गिरावाजाय ।
चलो बैठौनी कारवाजाय ।
खाद खेतेमे गिरावाजाय ।
लेवा फिर कहरावाजाय ।
बियाकय उखाराजाय ।
बोझा वोका बनावाजाय ।
धईकय मुडीपे पहुचावाजाय ।
सबजनी मिलिकय बैठावाजाय ।
नहारी जमिकय खावाजाय ।
हरेरी कैकय खेतानमा आवाजाय ।
चलो बैठौनी कारवाजाय ।
– अजय पाण्डेय (Ajay Pandey)