अजमाइहैं सब आपन आपन हथकण्डा ,अबकी चुनाव मे चली फिरसे लाठी और डंडा , अबकी चुनाव मे केहू खरिदी वोट तो केहू देखाई धौस , जाने केतना पुजैहैं पंडित और पंडा,अबकी चुनाव मे जेव रही खाली लेकिन लडैक है चुनाव, लुटिहैं फिरसे नाम लैकै चन्दा, अबकी चुनाव मे केहू...
She was flying Flying on the notes of harp Her tangled hair resembles The wave of the sound The curl that was never ending Her smile left a print on heart The print which was permanent How could I not get distracted? Her every word was poetry This...
Sailing with a hope The hope which had no idea die The blue sea till the eye reach In the middle with no sign of a beach Sailing towards horizon alone Nothing to worry a long way is gone He knew there is a place Where everyone gets solace A place...
दुख दर्द दुसरानका दैकय दुसरेक खुन पसिना से आपन तिजोरी भरिकै का करिहव ? जली जहिहव एकदिन बनिजैहव माटी कय ढेला का करिहव ? भाई-भाई में लडाईहव बनिकय मालिकार अपने फैसला सुनाहिहव छोडी जैहव सब , अव जैहव अकेला का करिहव? भारी ब्याज पे कर्जा दैकय पेट भरयकय...
waiting for a person with the key to unlock the real me giving warmth to mind frozen to be of my type and chosen sufficient to vibrate the soul alone without asking other in own tone understanding the words hidden in my silence removing easily my...
I want to take you there where we three only exist You me and nature Just walking through woods Holding your hand so firmly like snow Understanding you completely nothing more to show Air struggling to pass through us. Yeah I still wish for that...
बाप दादा किहिन कमाई बेटवा धैकय ओहिका उडाइ जमिन्दारकय बेटवा होइ बिना बियर निंद नआई मस्त जिन्दगी ओतना सारा खेत पडा वोका बैठकै बेचा जाई हरेक महिना मोटरसैकिल बदलाई पिछे सुन्नर लड्की बैठाई मौज खुब उडावाजाई मस्त जिन्दगी जे का मन करी गरिअवाजाई पिछे लैकय ५...
बर्धान कय नाधिकय लावाजाय । खेत जोतिकय बनावाजाय । हेङ्ग वहिपा चालवाजाय । बिया फिर गिरावाजाय । चलो बैठौनी कारवाजाय । खाद खेतेमे गिरावाजाय । लेवा फिर कहरावाजाय । बियाकय उखाराजाय । बोझा वोका बनावाजाय । धईकय मुडीपे पहुचावाजाय । सबजनी मिलिकय बैठावाजाय ।...
Ekla Chalo Re The bengali phrase ekla chalo re and poetry of Rabindranath Tagore inspires me alot. There are different phrases particularly which takes me to another dimension. Thanks to hindi cinema which made me capable of understanding the...
देश कय अवस्था एकदम दयनीय होइगय कल कय गुन्डा जब से मननीय होइगय पढाल लिखल देखो सब भैँस चरवय अव बिन पढ़ा सब कै सम्मनीय होइगय जीवन भर अपराध किहिस जउन आज उहय सबसे पुजनीय होइगय गवाँ-गवाँ से जिता लेकिन सहर कै एकदम सरहनीय होइगय वादा कै कय गय जनता से अव...